Bihar: निवेश के नए अवसरों का केंद्र — बेंगलुरु इन्वेस्टर्स मीट में औद्योगिक संभावनाओं का प्रदर्शन
बिहार सरकार ने बेंगलुरु में “बिहार बिज़नस इन्वेस्टर्स मीट” का आयोजन किया, जिसमें बिहार में निवेश के अनुकूल वातावरण और औद्योगिक विकास की संभावनाओं पर चर्चा हुई।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आगामी Bihar Business connect 2024 – Global Investors summit का पूर्वावलोकन प्रस्तुत करना था, जिसमें राज्य के आईटी, वस्त्र, खाद्य प्रसंस्करण, और विनिर्माण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तैयारियों को साझा किया गया।
इस आयोजन में राज्य सरकार ने निवेशकों को राज्य में मौजूद औद्योगिक आधारभूत संरचना और उद्योग-अनुकूल नीतियों के बारे में जानकारी दी और बिहार में औद्योगिक विकास के महत्वाकांक्षी कदम उठाने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
Bihar Business connect 2024 – प्रमुख क्षेत्रों का फोकस
बिहार में निवेश के अनुकूल नीतियों का विस्तार विभिन्न क्षेत्रों में किया गया है। मुख्य फोकस आईटी, वस्त्र, खाद्य प्रसंस्करण, और सामान्य विनिर्माण पर है। इन क्षेत्रों में निवेश के कारण कई लाभ प्राप्त हो सकते हैं:
आईटी सेक्टर: सरकार आईटी और तकनीकी क्षेत्र में निवेश के लिए कई प्रोत्साहन प्रदान कर रही है, जैसे कि विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) सुविधाएं और रोजगार सृजन पर सब्सिडी।
वस्त्र उद्योग: बिहार की नीति के तहत इस क्षेत्र को समर्थन दिया जा रहा है, जिसमें कौशल विकास प्रशिक्षण और नए उद्यमों के लिए टैक्स में रियायतें शामिल हैं। सरकार ने वस्त्र उद्योग के लिए बिहार को हब बनाने का लक्ष्य रखा है, क्योंकि यहां सस्ते श्रम और भूमि की पर्याप्त उपलब्धता है।
खाद्य प्रसंस्करण: बिहार के कृषि-प्रधान राज्य होने के कारण, खाद्य प्रसंस्करण में बड़ी संभावनाएँ हैं। सरकार ने खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के लिए भूमि अधिग्रहण में छूट, बिजली दरों में कमी और माल ढुलाई में रियायतों का प्रावधान किया है।
सामान्य विनिर्माण: इसमें सभी सामान्य उद्योग शामिल हैं, जिनमें छोटी और मध्यम स्तर की इकाइयों को समर्थन दिया जाता है। इसमें उपकरणों की खरीद पर सब्सिडी, उत्पादन इकाइयों के लिए प्रशिक्षण सुविधाएं और लॉजिस्टिक्स सपोर्ट शामिल है।
राज्य सरकार की नीतियां
बिहार सरकार ने राज्य को उद्योगों के लिए अनुकूल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतिगत सुधार किए हैं।
इनमें से प्रमुख हैं –
सिंगल विंडो क्लीयरेंस: निवेशकों को बिना जटिल प्रक्रियाओं के लाइसेंस और अनुमतियां प्राप्त करने के लिए एक सिंगल विंडो सिस्टम प्रदान किया गया है, जिससे व्यवसाय स्थापित करने में तेजी आएगी।
औद्योगिक नीति 2022: बिहार ने अपनी औद्योगिक नीति को नए और मौजूदा निवेशकों के लिए लुभावना बनाने के लिए संशोधित किया है। इसमें श्रम और टैक्स रियायतों का विस्तार हुआ है और लघु उद्योगों के लिए विशेष सहायता दी जा रही है।
इंसेन्टिव पॉलिसी: राज्य की नीतियों में रोजगार सृजन, महिला उद्यमिता, और निर्यात पर जोर दिया गया है। उदाहरण के लिए, बिहार में महिला उद्यमियों के लिए उद्यमिता शुरू करने पर सब्सिडी की सुविधा है।
निवेश के प्रमुख कारण
बिहार की औद्योगिक संभावनाओं के पीछे प्रमुख कारणों में से एक कनेक्टिविटी और भौगोलिक स्थान है।
राज्य दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा (DMIC) और अमृतसर-कोलकता औद्योगिक गलियारा (AKIC) के नजदीक है, जिससे इसे कई रणनीतिक लाभ मिलते हैं।
यह कनेक्टिविटी बिहार को एक प्रमुख लॉजिस्टिक हब बना सकती है। इसके अलावा, बिहार भारत के पूर्वी हिस्से और उत्तर-पूर्वी राज्यों से जुड़े होने के कारण 20-25% आबादी की आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक हो सकता है।
उद्योग विभाग की योजनाएं
बिहार सरकार के उद्योग विभाग ने राज्य में उद्योग स्थापना के लिए कुछ विशेष योजनाएँ बनाई हैं,
जैसे कि –
भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को सरल बनाना: सरकार ने भूमि अधिग्रहण के नियमों को सरल बनाने का प्रयास किया है ताकि निवेशक आसानी से भूमि प्राप्त कर सकें और इकाई स्थापित कर सकें।
बुनियादी ढांचे का विकास: राज्य में बिजली आपूर्ति, सड़कों, पानी, और अन्य आधारभूत संरचनाओं में सुधार किया गया है ताकि उद्योगों को सुगम वातावरण मिल सके। इसके लिए कई नए विद्युत परियोजनाओं का कार्यान्वयन हो रहा है, और प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली सड़कों का निर्माण भी किया जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय कनेक्टिविटी में सुधार: सरकार पटना और गया हवाई अड्डों के साथ-साथ बंदरगाहों तक बेहतर कनेक्टिविटी पर काम कर रही है।
कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाली कंपनियां
बेंगलुरु में आयोजित इस निवेशक मीट में प्रमुख उद्योगपतियों और कंपनियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में IBM, Graphene Semiconductor, Superseva Global Services Private Limited और HungerBox जैसी कंपनियों की उपस्थिति ने आयोजन की प्रतिष्ठा को बढ़ाया।
इन कंपनियों ने बिहार के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण जताया और अपनी निवेश संभावनाओं के बारे में चर्चा की। इन कंपनियों ने बिहार की नीतियों और संभावनाओं की सराहना की और राज्य के प्रति समर्थन जताया।
निष्कर्ष और भविष्य की संभावनाएं
बिहार ने अपनी नीतियों और बुनियादी ढांचे में सुधार करके खुद को एक उद्योग-अनुकूल राज्य के रूप में प्रस्तुत किया है। राज्य सरकार ने बेंगलुरु में आयोजित इन्वेस्टर्स मीट के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि वे निवेशकों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं और बिहार को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाने का दृढ़ निश्चय रखते हैं।
बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 के माध्यम से राज्य सरकार निवेशकों को राज्य की विशाल संभावनाओं का पता लगाने और व्यवसाय स्थापित करने का निमंत्रण देती है।
यह कार्यक्रम बिहार की बढ़ती औद्योगिक संभावनाओं को प्रदर्शित करने के साथ-साथ निवेशकों के साथ स्थायी साझेदारी स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
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