जिद और मेहनत से चमकी चांदनी, अंडर-19 टीम में दिखेगा टैलेंट
लखनऊ की चांदनी शर्मा ने अपने हौसले और मेहनत के बल पर वह मुकाम हासिल किया है, जो हर युवा खिलाड़ी का सपना होता है। बंगलाबाजार में एक सैलून चलाने वाले रामकुमार शर्मा की बेटी चांदनी का चयन भारत की अंडर-19 ए क्रिकेट टीम में हुआ है। यह खबर उनके परिवार के लिए गर्व का क्षण बन गई।
रामकुमार शर्मा की खुशी का ठिकाना नहीं है। उन्होंने कहा, “आज जो मैं महसूस कर रहा हूं, उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। एक समय था जब मैंने बेटी को क्रिकेट खेलने से मना किया था, लेकिन उसकी जिद और जुनून ने मुझे उसकी ताकत को समझने पर मजबूर कर दिया।”
चांदनी का क्रिकेट में सफर आसान नहीं था। उसने अपने सपनों को पाने के लिए हर चुनौती का सामना किया। गरीबी, समाज की बातें, और सीमित संसाधनों के बावजूद चांदनी ने साबित कर दिया कि सच्ची मेहनत कभी बेकार नहीं जाती।
भाई का समर्थन और गली क्रिकेट से स्टेडियम तक का सफर
चांदनी ने क्रिकेट के प्रति अपने जुनून को कभी कम नहीं होने दिया। उसने अपनी शुरुआत गली क्रिकेट से की, जहां वह लड़कों के साथ खेलती थी। हालांकि, उसके पिता शुरुआत में उसके क्रिकेट खेलने के सख्त खिलाफ थे।
चांदनी ने बताया, “पापा मुझे क्रिकेट खेलने की इजाजत नहीं देते थे। तब मेरे बड़े भाई ने उनका समर्थन किया और मुझे खेलने की अनुमति दिलाई। हाईस्कूल की परीक्षाओं के बाद मैंने नॉर्दर्न रेलवे स्टेडियम में ट्रेनिंग शुरू की।”
प्रियंका शैली के निर्देशन में ट्रेनिंग के दौरान चांदनी ने अपनी प्रतिभा को और निखारा। स्थानीय क्रिकेट प्रतियोगिताओं में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन की बदौलत चांदनी का चयन उत्तर प्रदेश की अंडर-19 टीम में हुआ। अब उनका नाम राष्ट्रीय स्तर पर भी चमक रहा है।
प्रेरणा बनी युजवेंद्र चहल और पूनम यादव
चांदनी ने अपने करियर में कई खिलाड़ियों से प्रेरणा ली। वह भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की गेंदबाजी से बेहद प्रभावित हैं। चांदनी का कहना है, “चहल की गेंदबाजी देखने से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। महिला क्रिकेट में पूनम यादव दीदी मेरी पसंदीदा खिलाड़ी हैं। उनकी मेहनत और खेल के प्रति समर्पण मुझे हमेशा प्रेरित करता है।”
कोच प्रियंका शैली ने चांदनी की मेहनत की तारीफ करते हुए कहा, “चांदनी एक बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। क्रिकेट के प्रति उसका प्यार और समर्पण उसे बहुत आगे ले जाएगा।”
भविष्य की संभावनाएं: विश्व कप की ओर
चांदनी का चयन अंडर-19 ए टीम के लिए हुआ है, जो पुणे में 3 से 10 दिसंबर तक आयोजित होने वाली त्रिकोणीय श्रृंखला में भाग लेगी। इस प्रतियोगिता में इंडिया ए, इंडिया बी और दक्षिण अफ्रीका की टीम शामिल होंगी।
अगर चांदनी इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करती हैं, तो उन्हें अगले साल जनवरी में श्रीलंका में होने वाले अंडर-19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह मिल सकती है। यह उनके करियर के लिए एक बड़ा मौका साबित होगा।
संघर्ष से मिली सफलता का सबक
चांदनी की कहानी न केवल एक खिलाड़ी की मेहनत का परिणाम है, बल्कि यह एक प्रेरणा है उन सभी युवाओं के लिए, जो अपने सपनों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। उनका सफर यह सिखाता है कि अगर आपके अंदर सच्चा जुनून है और आप मेहनत करने के लिए तैयार हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती।
चांदनी की यह सफलता सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि उनके परिवार, कोच और हर उस व्यक्ति की जीत है, जिसने उनकी इस यात्रा में उनका साथ दिया। अब पूरा देश उनकी सफलता की कहानी देख रहा है और उनके अगले बड़े प्रदर्शन का इंतजार कर रहा है।
इन्हे भी पढ़े
स्कूल की प्रताड़ना से भागा छात्र, हॉस्टल में मिली लाश
सोनाक्षी-जहीर की मस्ती, रोमांटिक फोटोज ने सोशल मीडिया पर किया ट्रेंड
दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिया बड़ा आदेश
संभल हिंसा: चुपचाप खड़े दीवारें, गोलियों के निशान चीख रहे सच
पंजाब की जीत के बाद दिल्ली चुनाव पर नजर, केजरीवाल ने किया बड़ा ऐलान
ऐसी ही फ़ास्ट खबरों के लिए लिए हमें फॉलो करें और अपनी राय नीचे कमेंट करें।