धनतेरस 2024: सागर (मध्य प्रदेश) के बाजार में रिकॉर्ड तोड़ खरीदारी, ऑटोमोबाइल और प्रॉपर्टी में बड़ा निवेश

दिवाली से दो दिन पहले मनाए जाने वाले धनतेरस पर सागर का बाजार धन की वर्षा से सराबोर नजर आया। हर क्षेत्र में खरीदारी का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
सागर के मुख्य बाजारों में इतनी भीड़ उमड़ी कि लोगों के लिए चलने तक की जगह नहीं बची थी। यह नजारा इस बात का प्रमाण है कि लोगों में खरीदारी का जोश और उत्साह आज भी धनतेरस के त्योहार को लेकर बरकरार है।
आइए, देखते हैं कैसे हर क्षेत्र में लोगों ने धनतेरस पर निवेश किया और बाजारों में रौनक लौटाई।
ऑटोमोबाइल सेक्टर में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री
सागर (मध्य प्रदेश) में इस धनतेरस पर ऑटोमोबाइल सेक्टर में जबरदस्त बिक्री दर्ज की गई। आंकड़ों के मुताबिक, लगभग 1250 दोपहिया वाहनों की खरीदारी की गई, जिससे साफ है कि आम लोग बाइक और स्कूटी जैसे साधनों में विशेष रुचि ले रहे हैं।
इसके अलावा, लगभग 200 कारों की बिक्री भी हुई, जो दर्शाती है कि कार खरीदने वालों की संख्या भी इस त्योहार पर अच्छी खासी रही।
खेती-किसानी से जुड़े लोग भी इस बार पीछे नहीं रहे। धनतेरस पर 177 ट्रैक्टर खरीदे गए।
कई ऑटोमोबाइल डीलरों ने बताया कि ट्रैक्टर की इतनी मांग थी कि उनकी इन्वेंट्री लगभग खाली हो गई और कुछ मॉडल्स की बुकिंग पहले ही पूरी हो चुकी थी।
प्रॉपर्टी में निवेश का नया रिकॉर्ड
धनतेरस को संपत्ति में निवेश का शुभ दिन माना जाता है। इस वर्ष भी सागर (मध्य प्रदेश) में 45 से अधिक प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कराई गई।
रियल एस्टेट एजेंटों के अनुसार, छोटे और मध्यम आकार के प्लॉट, फ्लैट्स और कमर्शियल स्पेस में लोगों की विशेष रुचि रही।
पिछले साल की तुलना में इस बार रियल एस्टेट सेक्टर में अधिक निवेश देखा गया है, जो दर्शाता है कि लोग धीरे-धीरे संपत्ति में निवेश को सुरक्षित और लाभदायक मान रहे हैं।
सोने-चांदी के आभूषणों की भारी मांग
धनतेरस पर सोने-चांदी की खरीदारी एक पुरानी परंपरा है। इस बार 22 कैरेट सोने के दाम बढ़कर 19,590 रुपए प्रति तोला तक पहुंच गए, लेकिन इसके बावजूद सर्राफा बाजार में दिनभर ग्राहकों की भीड़ रही।
लोगों ने खासकर सोने के कान टॉप्स, रिंग्स, कंगन, और झुमकों की खरीदारी की। चांदी की पूजन सामग्री, विशेषकर बर्तन और छोटे सिक्कों की भी अधिक मांग रही।
इसके अलावा, इस बार ड्राई फ्रूट प्लेट्स, सोने-चांदी के सिक्के और लाइटवेट डिजाइन के आभूषण भी काफी लोकप्रिय रहे।
सर्राफा कारोबारी रोहित सोनी का कहना है कि दाम बढ़ने के बावजूद लोगों का रुझान सोने-चांदी के आभूषणों की ओर कम नहीं हुआ।
इसकी मुख्य वजह धनतेरस पर इन वस्तुओं की खरीदारी को शुभ और समृद्धि का प्रतीक माना जाना है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सजावटी सामानों में भी रही खास मांग
धनतेरस पर इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की खरीदारी भी जोरों पर रही। लोग विशेष रूप से टेलीविजन, फ्रिज, मोबाइल फोन, और किचन उपकरणों में निवेश कर रहे थे। धनतेरस को लेकर बाज़ार में कई तरह के ऑफर्स और छूट दिए गए, जिससे ग्राहक इन सामानों को खरीदने में अधिक रुचि ले रहे थे।
सजावटी सामानों की दुकानों पर भी सुबह से देर रात तक ग्राहकों का तांता लगा रहा। दीवाली को ध्यान में रखते हुए घरों की सजावट के लिए दीये, लाइट्स, और रंगोली के सामानों की बिक्री में भी अच्छी वृद्धि हुई।
बर्तन और किराना में परंपरागत खरीदारी
धनतेरस पर बर्तन खरीदना भी शुभ माना जाता है। इस परंपरा का मान रखते हुए, लोगों ने बर्तन की दुकानों पर भी जमकर खरीदारी की। स्टील, पीतल और चांदी के बर्तनों की बिक्री में इस बार अच्छी वृद्धि दर्ज की गई।
दुकानदारों ने बताया कि बर्तन के अलावा, किचन के अन्य सामान जैसे कुकर, पैन और अन्य उपयोगी वस्तुओं की बिक्री भी बढ़ी है।
किराना सामानों की दुकानों पर भी ग्राहकों की अच्छी खासी भीड़ रही। दिवाली के लिए विशेष किराना सामग्रियों और मिठाइयों की जमकर खरीदारी की गई, जिससे बाजार की रौनक देखते ही बन रही थी।
धनतेरस पर सागर का बाजार हर तरह की खरीदारी से गुलजार नजर आया। चाहे वह ऑटोमोबाइल हो, प्रॉपर्टी, सोने-चांदी के आभूषण, या घरेलू सामान, हर क्षेत्र में ग्राहकों ने उत्साहपूर्वक निवेश किया।
दुकानदारों के अनुसार, इस बार की धनतेरस पर खरीदारी का स्तर पिछले सालों की तुलना में कहीं ज्यादा था, जो कि आर्थिक रूप से बाजार की मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
इस धनतेरस पर आपने क्या खास खरीदा?
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