Reliance industries का अंतरराष्ट्रीय कारोबार में पुनर्गठन, जानें इसके पीछे की रणनीति
Reliance industries जो कि दुनिया के सबसे बड़े रिफाइनिंग परिसरों में से एक की परिचालक है, अपने वैश्विक कारोबार में एक बड़े पुनर्गठन की ओर कदम बढ़ा रही है।

योजना से जुड़े सूत्रों के अनुसार, कंपनी अपनी दुबई स्थित क्रूड ऑयल ट्रेडिंग टीम को इस वर्ष के अंत तक मुंबई वापस लाने की तैयारी में है।
सूत्रों के अनुसार, यह कदम रूस के साथ हुए दीर्घावधि तेल आपूर्ति समझौते के बाद उठाया गया है।
इस नए समझौते के चलते रिलायंस की हाजिर (स्पॉट) तेल की जरूरतें अब सीमित हो गई हैं, जिससे दुबई में टीम बनाए रखने का खर्च कम करना कंपनी के लिए एक लाभदायक विकल्प बन गया है।
एक अन्य सूत्र ने बताया कि रिलायंस के पास पश्चिम एशिया के प्रमुख तेल उत्पादकों के साथ भी दीर्घकालिक तेल आपूर्ति के अनुबंध हैं, जो कंपनी की आपूर्ति श्रृंखला को और अधिक मजबूत बनाते हैं।
2021 में, रिलायंस ने संयुक्त अरब अमीरात में अपना कार्यालय खोलने की घोषणा की थी ताकि ऑयल और रिफाइंड ईंधन, विशेषकर पेट्रोरसायन से जुड़े कारोबार को बढ़ावा दिया जा सके।
इसके अगले ही वर्ष, कंपनी ने अपनी क्रूड ट्रेडिंग टीम को दुबई स्थानांतरित कर दिया, विशेष रूप से रूस-यूक्रेन संघर्ष के बाद, जब दुबई रूसी तेल कारोबार का एक प्रमुख केंद्र बन गया था।
हालांकि रिलायंस ने इस पुनर्गठन पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं दी है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि यह कदम कंपनी की लागत को कम करने, प्रचालन दक्षता में सुधार लाने और अपने व्यापार को और अधिक लचीला और प्रतिस्पर्धी बनाने के प्रयासों का हिस्सा है।
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