US Election 2024: राष्ट्रपति के साथ-साथ कांग्रेस की भी हो रही है चुनावी परीक्षा, जानिए इसका महत्व
पूरी दुनिया की नजर आज के US Elections 2024 पर टिकी है, जहां सिर्फ राष्ट्रपति ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के सदस्य भी चुने जा रहे हैं। इन चुनावों का असर केवल अमेरिका की नीतियों पर नहीं, बल्कि वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है।
कांग्रेस में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और सीनेट के सदस्य चुने जा रहे हैं, जो अमेरिकी संसद में विभिन्न कानूनों और नीतियों को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अमेरिकी कांग्रेस: दो सदनों की संरचना और उनके चुनाव
अमेरिका की कांग्रेस भारत की तरह द्विसदनीय है, जिसमें निचला सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और ऊपरी सदन सीनेट शामिल हैं। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में कुल 435 सदस्य हैं, जिनका कार्यकाल दो साल का होता है। दूसरी ओर, सीनेट में 100 सदस्य होते हैं, जिनका कार्यकाल छह साल का होता है, लेकिन हर दो साल में एक-तिहाई सीटों पर चुनाव होते हैं।
इस बार सीनेट की 34 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं।
सीनेट में हर राज्य से दो प्रतिनिधि होते हैं, चाहे उस राज्य की जनसंख्या कितनी भी हो। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में सदस्यों की संख्या राज्य के जनसंख्या के आधार पर तय की जाती है, जिससे अधिक आबादी वाले राज्यों को प्रतिनिधित्व का लाभ मिलता है।
सीनेट का प्रभाव और उपराष्ट्रपति की भूमिका
सीनेट में उपराष्ट्रपति का महत्वपूर्ण स्थान है। यदि सीनेट में वोट बराबर हो जाते हैं, तो उपराष्ट्रपति को टाई-ब्रेकिंग वोट देने का अधिकार है। इससे यह स्पष्ट होता है कि उपराष्ट्रपति की पार्टी सीनेट के निर्णयों पर प्रभाव डाल सकती है। यदि रिपब्लिकन पार्टी राष्ट्रपति चुनाव जीतती है, तो उपराष्ट्रपति के रूप में उनका सीनेट पर नियंत्रण मजबूत हो जाएगा।
कांग्रेस का शक्ति संतुलन: कानून पारित कराने में भूमिका
अमेरिका में कानून पारित कराने की प्रक्रिया में हाउस और सीनेट दोनों की भूमिका बेहद अहम है। पहले विधेयक हाउस में पास होता है, फिर उसे सीनेट में भेजा जाता है और अंततः राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद ही वह कानून बनता है।
यदि किसी पार्टी का कांग्रेस पर पूर्ण नियंत्रण होता है, तो उनके लिए अपनी नीतियां लागू करना आसान हो जाता है। इसलिए दोनों पार्टियाँ हाउस और सीनेट में बहुमत हासिल करने की कोशिश करती हैं।
अमेरिकी चुनावों का वैश्विक असर
अमेरिकी चुनावों का प्रभाव केवल देश तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय संबंधों, व्यापारिक नीतियों और पर्यावरणीय समझौतों को भी प्रभावित करता है। अमेरिकी कांग्रेस में किस पार्टी का नियंत्रण होता है, इससे अमेरिका की वैश्विक रणनीतियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों में उसकी भूमिका भी तय होती है।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की विशेष शक्तियां
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव को राष्ट्रपति के चुनाव में भी अहम भूमिका मिल सकती है। यदि इलेक्टोरल कॉलेज में किसी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिलता, तो हाउस राष्ट्रपति का चुनाव करता है। इसके अलावा, हाउस के पास इम्पीचमेंट यानी महाभियोग लाने का अधिकार है। किसी भी राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने के लिए हाउस में बहुमत होना जरूरी है।
हाउस और सीनेट का संतुलन इस चुनाव में फिर से स्थापित होगा, और इसका असर न केवल अमेरिकी जनता पर बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ेगा।
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