विनोद कांबली की मदद के लिए आगे आए गावस्कर और कपिल देव, जानिए उनकी संघर्ष भरी कहानी
भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली, जो एक समय क्रिकेट के मैदान पर छक्के-चौके लगाकर दर्शकों का दिल जीतते थे, आज अपनी जिंदगी के कठिन दौर से गुजर रहे हैं। गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं और आर्थिक संकट से जूझ रहे कांबली की मदद के लिए क्रिकेट जगत के दिग्गज अब आगे आ रहे हैं।
1983 के विश्व विजेता टीम के सदस्य और महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कांबली को “बेटा” कहते हुए उनकी मदद का बीड़ा उठाया है।
गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे कांबली
52 वर्षीय विनोद कांबली पिछले कुछ सालों से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ रहे हैं। 2013 में उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उनकी स्थिति कुछ समय के लिए स्थिर रही। लेकिन हाल के दिनों में उनकी सेहत बिगड़ने लगी है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कांबली को सचिन तेंदुलकर से गले मिलते हुए देखा गया, जिसमें उनकी स्थिति कमजोर दिखी। एक अन्य वीडियो में वे मशहूर गाना गाते हुए नजर आए, लेकिन उनकी जबान लड़खड़ा रही थी।
कभी करोड़ों में खेलते थे, आज कौड़ियों के मोहताज

1990 के दशक में विनोद कांबली का क्रिकेट करियर अपने चरम पर था। उस समय उनकी कुल संपत्ति लगभग 1.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 1.8 करोड़ रुपये) थी। लेकिन उनकी लापरवाह जीवनशैली और खेल के प्रति ढीले रवैये ने उन्हें इस स्थिति में पहुंचा दिया की वो आज उनकी जिंदगी बीसीसीआई द्वारा दी जाने वाली महज 30,000 रुपये की मासिक पेंशन पर कट रही है।
गावस्कर और कपिल देव ने बढ़ाया मदद का हाथ
सुनील गावस्कर ने स्पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए कहा कि 1983 की टीम अपने खिलाड़ियों का ख्याल रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “विनोद कांबली हमारे लिए बेटे जैसे हैं। 1983 की टीम उनके स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए एकजुट हो रही है।” वहीं, पूर्व कप्तान कपिल देव ने कांबली के रिहैब का पूरा खर्च उठाने का वादा किया है।
विनोद कांबली की संपत्ति और मौजूदा स्थिति
एक समय पर करोड़ों की संपत्ति वाले कांबली की मौजूदा संपत्ति अब केवल कुछ लाखों तक सीमित है। उनकी आय का मुख्य स्रोत बीसीसीआई की पेंशन है। हाल ही में एक महाराष्ट्र के व्यवसायी ने कांबली को 1 लाख रुपये मासिक वेतन पर नौकरी का प्रस्ताव दिया, लेकिन उनकी स्वास्थ्य स्थिति इसे स्वीकारने में बाधा बनी।
क्रिकेट जगत का समर्थन
कांबली की मदद के लिए क्रिकेट जगत के अन्य दिग्गज भी आगे आ रहे हैं। गावस्कर ने कहा कि 1983 की टीम उनकी चिकित्सा और पुनर्वास में हरसंभव सहायता करेगी। क्रिकेट प्रेमियों और समर्थकों की उम्मीद है कि विनोद कांबली जल्द ही इस मुश्किल दौर से उबर पाएंगे और अपनी जिंदगी को फिर से पटरी पर ला पाएंगे।
यह कहानी सिर्फ एक खिलाड़ी के संघर्ष की नहीं है, बल्कि यह दर्शाती है कि क्रिकेट का परिवार अपने सदस्यों का ख्याल रखना नहीं भूलता। आप भी कांबली के लिए शुभकामनाएं भेज सकते हैं।